अनिल विज ने साधा ममता बनर्जी पर निशाना, कहा- वो राजनीति कर रही हैं
नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)। बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने ममता बनर्जी के उस आरोप पर पलटवार किया है, जिसमें ममता ने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में उन्हें भाषण देने से रोका गया और उनका माइक भी बंद कर दिया गया।
अनिल विज ने कहा, “ममता बनर्जी महज राजनीति कर रही हैं। सच्चाई यह है कि वो अपनी बात पूरी कर चुकी थीं और समय भी समाप्त हो चुका था।”
विज ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “अब राहुल गांधी की राजनीति समाप्त हो चुकी है। वो अब काम-धंधे की तलाश में अलग-अलग लोगों से मिल रहे हैं। कभी मोची से मिलते हैं, तो कभी मोटरसाइकिल की रिपेयरिंग सीखने की कोशिश करते हैं, तो कभी खेती करना शुरू कर देते हैं।”
बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी एक मोची वाले पास गए थे और उसके साथ मिलकर चप्पल की सिलाई की थी। इस पर अब विज ने तंज कसा है।
वहीं विज ने प्रियंका गांधी के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की तीसरी बार सरकार बनने के बाद अब तक जम्मू–कश्मीर में 14 जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
प्रियंका के इस बयान पर विज ने पलटवार करते हुए कहा, “जब से केंद्र की मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किया है, तब से घाटी में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगी है। हालांकि, बीच-बीच में पाकिस्तान की ओर से नापाक कोशिश की जाती है, मगर हमारे सैनिक लगातार उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।”
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल हरियाणा में चुनाव प्रचार करने पहुंचीं थीं। वहां उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी ने अब तक पंजाब और दिल्ली में व्यवस्था सुधारी ही और अब हरियाणा की बारी है।
सुनीता केजरीवाल के इसी बयान पर विज ने कहा, “वो प्रचार करने आईं हैं। अच्छी बात है। प्रजातंत्र में सभी को अपनी बात जनता तक पहुंचाने का पूरा हक है, लेकिन मुझे लगता है कि सुनीता केजरीवाल को पहले दिल्ली जाकर देखना चाहिए कि वहां आम आदमी पार्टी के शासनकाल में कितनी बुरी हालत है। लोगों को कितनी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में मैं उन्हें यही कहना चाहूंगा कि वो पहले दिल्ली और पंजाब में स्थिति को दुरूस्त करें और इसके बाद ही हरियाणा के बारे में सोचे।”
--आईएएनएस
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