ये हैं दुनिया का सबसे खतरनाक पेड़, जिसके जहर से नीचे खड़ा होने से भी जा सकती है किसी की जान
लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। पेड़ की छांव सभी को प्यारी होती है, जब भी गर्मी या धूप होती है तो हम सभी को एक ऐसा पेड़ ढूंढना होता है जिसकी छाया में हम कुछ देर बैठ सकें और गर्मी से राहत पा सकें। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि हर पेड़ के नीचे खड़े होने से आपको राहत नहीं मिलती बल्कि कुछ पेड़ ऐसे भी होते हैं जिनके नीचे आपकी जान जा सकती है। हां। आपने सही पढ़ा। क्योंकि आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे दुनिया का सबसे जहरीला पेड़ माना जाता है। जिसके नीचे खड़े होकर व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
ये है दुनिया का सबसे खतरनाक पेड़
दरअसल, हम बात कर रहे हैं साउथ और नॉर्थ अमेरिका में पाए जाने वाले एक पेड़ की। जिसे दुनिया का सबसे खतरनाक पेड़ माना जाता है। यह पेड़ देखने में सेब के पेड़ जैसा लगता है लेकिन बेहद घातक है। इस पेड़ की ऊंचाई करीब 50 फीट है, इस पेड़ को 'मेकेलिन' के नाम से जाना जाता है। इतना ही नहीं इस पेड़ के फल को 'मौत का सेब' कहा जाता है। बता दें कि इस पेड़ को दुनिया के सबसे जहरीले पेड़ के तौर पर जाना जाता है और इसीलिए इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी रखा गया है।
इस पेड़ पर सेब जैसे फल लगते हैं
इस पेड़ की सबसे खास बात यह है कि इसमें सेब जैसे फल लगते हैं। जो खाने में सेब की तरह मीठे होते हैं। इस सेब को खाने वाले लोगों का कहना है कि खाने में इसका स्वाद सेब जैसा होता है, लेकिन कुछ समय बाद यह मिर्च से ज्यादा जलने लगता है। इसके बाद गला सूज जाता है, जिससे खाना निगलने के अलावा सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। इसके बाद आंतरिक अंगों से खून बहना शुरू हो जाता है। यही नहीं, समय पर सही इलाज न मिलने पर जान भी जा सकती है।
पेड़ का हर हिस्सा जानलेवा है
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस पेड़ के फल ही नहीं बल्कि पेड़ का हर हिस्सा जानलेवा होता है। जानकारों का कहना है कि इस पेड़ को छूना भी खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि इससे दूधिया रस निकलता है, इसे छूने से आपके शरीर पर फफोले हो सकते हैं और अगर गलती से यह आंखों में चला जाए तो इससे आंखों की रोशनी हमेशा के लिए खत्म हो सकती है।
वृक्षों से विष टपकता है वर्षा जल के साथ
आपको बता दें कि यह पेड़ इतना खतरनाक है कि बारिश के मौसम में अगर कोई इस पेड़ के नीचे खड़ा भी हो जाए तो उसकी जान भी जा सकती है, क्योंकि पेड़ की पत्तियों में भी यही जहरीला रस होता है। जो बारिश की बूंदों के साथ गिरती है, अगर ये बूंदें किसी के शरीर पर गिरें तो दर्दनाक छाले हो सकते हैं। जिसका असर पेड़ों के नीचे खड़े वाहनों के रंग पर साफ देखा जा सकता है।