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देश में इस जगह है दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफॉर्म, देखकर आंखों पर नहीं होगा यकीन?

 

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। भारतीय ट्रेन सिर्फ एक देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर है। एक शहर से दूसरे शहर और एक राज्य से दूसरे राज्य जाने के लिए रोजाना लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं। एक तरह से भारतीय रेलवे देश के लिए लाइफलाइन की तरह है। ट्रेन से यात्रा करना न केवल सुरक्षित है बल्कि कम पैसे में एक जगह से दूसरी जगह आसानी से पहुंचा जा सकता है। एक तरह से भारतीय रेलवे अमीर से अमीर और गरीब से गरीब की जीवन रेखा है। लेकिन अगर आपसे पूछा जाए कि भारत के किस राज्य और शहर में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है, तो आपका जवाब क्या होगा? इस लेख में हम आपको भारत में दुनिया के दूसरे सबसे बड़े रिवेल प्लेटफॉर्म के बारे में बताने जा रहे हैं। चलो पता करते हैं।

विश्व का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफॉर्म किस राज्य में है?

आपको बता दें कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म किसी और राज्य में नहीं बल्कि भारत के सबसे बड़े राज्य यानी उत्तर प्रदेश में है। जी हां, नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म दुनिया के दूसरे सबसे बड़े प्लेटफॉर्म में शुमार है। कुछ साल पहले गोरखपुर रेलवे स्टेशन के बारे में कहा जा रहा था कि जल्द ही यह दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बनने जा रहा है। हालांकि कई साल बाद साल 2013 में इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म घोषित किया गया।

रेलवे प्लेटफॉर्म की लंबाई कितनी होती है?

गोरखपुर रेलवे प्लेटफॉर्म की बात करें तो यहां स्थित प्लेटफॉर्म की लंबाई करीब 1355.4 मीटर यानी 1 किमी से ज्यादा है। कई लोग इसकी लंबाई करीब 1366.33 मीटर भी बताते हैं। आपको बता दें कि गोरखपुर में करीब 10 प्लेटफॉर्म हैं।

एक ट्रैक पर दो ट्रेनें चल सकती हैं
आपको जानकर थोड़ी हैरानी हो सकती है, लेकिन हम आपको बता दें कि एक ट्रैक पर करीब 26-26 कोच वाली ट्रेन दौड़ सकती है। आपको बता दें कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन का नाम सबसे लंबा प्लेटफॉर्म होने के कारण लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।

गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन का इतिहास

गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन का इतिहास बहुत पुराना है। इस रेलवे स्टेशन के बारे में कहा जाता है कि इसे पहले गोरखपुर छावनी के नाम से बनाया गया था। कहा जाता है कि गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन 1886-1905 के आसपास बना था और उस दौरान गोरखपुर और गोंडा के बीच पहली ट्रेन चली थी।