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इन देशों के शहरों के अजीब नाम सुनकर, अपनी हंसी रोके से भी रोक नहीं पाएंगे आप

 

लाइफस्टाईल न्यूज डेस्क।। कुछ शहरों और कस्बों का नाम अक्सर कई फेमस नदी, पहाड़ी जगहों, आदि पर रखा जाता है। ऐसे नाम लोगों को याद रखने और बोलने में भी आसानी होती है, लेकिन अगर शहरों के नाम ऐसे रखे गए हो, जिन्हें बोलने में भी शर्म आ जाए, तब आप क्या करेंगे? ऐसे कई देश हैं, जिनके शहरों के नाम सुनते ही लोगों को हंसी आ जाती है। आप भी इन शहरों के नाम सुनिए, खुद भी हंसकर कहेंगे कि ‘यार ये कैसे नाम है?’

मुर्गी 

जब 1902 में इस शहर को शामिल किया जाना था, तब लोगों ने इसका नाम "पर्मिगन" रखने का सुझाव दिया था। लेकिन किसी की भी सहमति न होने होने की वजह से आखिर में इस जगह का नाम 'चिकन' रख दिया। नाम सुनकर आप भी जरूर हंस रहे होंगे।

बोरिंग 

बोरिंग? ये कैसा नाम होता है, ये सुनकर तो आप भी यही सवाल कर रहे होंगे। ओरेगॉन (यूएस) में स्थित, बोरिंग का नाम यूनियन सैनिक विलियम हैरिसन बोरिंग के नाम पर रखा गया था, जो 1856 में अपने परिवार के साथ यहां बसने वाले पहले व्यक्ति थे।

नो नेम 

आपको बता दें, नो नेम गारफील्ड काउंटी, संयुक्त राज्य अमेरिका में एक जगह है, नो नेम क्रीक और नो नेम कैन्यन के पास स्थित है। जब शहर का नाम रखने के लिए लोगों को प्रश्नावली भेजी गई तो उन्होंने उसमें नो नेम लिख दिया। सबसे दिलचस्प बात तो ये थी कि आधे से ज्यादा लोगों ने वहां यही नाम लिखा था।

मोरॉन 
आप भी सोच रहे होंगे कि क्या इस शहर के लोगों को मूर्ख कहा जाता है, तभी इसे मोरॉन के नाम से बुलाया जाता है? मोरोन डे ला फ्रोंटेरा स्पेन के सेविले प्रांत में एक स्पेनिश शहर है। नाम समय के साथ बदलता गया, पहले 'अल्मोरोल' फिर 'मौरोरम' से 'मावरोर' और अंत में 'मोरोन' में बदल गया, जिसका अर्थ है "चट्टानी इलाके"

एक्सीडेंट 

चिंता मत करिए यहां नाम पर जाइए, यहां कोई एक्सीडेंट जैसी चीज़ नहीं होती है। 1786 में भूमि सर्वेक्षण के दौरान जब ब्रुक बील और विलियम डीकिन्स जूनियर मैरीलैंड में इस क्षेत्र में अलग-अलग सर्वेक्षण कर रहे थे, जो डीकिन्स ने दावा किया कि बील द्वारा इस शहर को ‘बाय एक्सीडेंट’ पहले से देखा जा चुका है।

हेल 

नर्क का नाम लेने से लोग डरते हैं और मिशिगन के शहर में हैल नाम की एक जगह है, जहां लोग रहते हैं। लोगो का कहना है कि ये नाम जर्मन शब्द "उज्ज्वल" से आया है। कुछ का कहना है कि यहां के मच्छरों और क्षेत्र के अभेद्य जंगलों के कारण लोग इस जगह से नफरत करते थे, जिस वजह से ये नाम रखा गया।