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बूंद बूंद पानी के लिए तरसते 5 हजार सैनिकों के लिए था भारत के सबसे बड़ा चित्तौड़गढ़ किला कभी एक मात्र जरीया

 

ट्रेवल न्यूज डेस्क।। राजस्थान के बेराच नदी के किनारे चित्तौड़गढ़ किला स्थित है। राज्य के सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में आता है ये किला एक पहाड़ी की चोटी पर मौजूद है। भारत के सबसे बड़े किले परिसर में चित्तौड़गढ़ किला को जाना जाता है। आइए आपको कुछ दिलचस्प बातों के बारे में इस किले जुड़ी बताते हैं जिनके बारे में आपको शायद ही पता होगा।

भारत का सबसे बड़ा किला
भारत का सबसे बड़ा किला चित्तौड़गढ़ किला माना जाता है। एक परिधीय लंबाई तक यह लंबाई में 3 किमी के क्षेत्र और 13 किमी की फैला हुआ है, यानी ये किला 700 एकड़ भूमि में फैला हुआ है।
 
मौर्यों द्वारा बनाया गया था किला
ये किला 7 वीं सदी में मौर्यों द्वारा ऐसा माना जाता है कि बनवाया गया था। फिर सम्राट अकबर ने 1568 में इस शानदार किले पर कब्जा कर लिया था।

65 ऐतिहासिक संरचनाएं
आपको जानकार शायद हैरानी हो, लगभग परिसर में 65 ऐतिहासिक संरचनाएं हैं, जिनमें 4 महल, 19 मुख्य मंदिर, 4 स्मारक और 22 कार्यतामक जल निकाय शामिल हैं। इस किले में 7 प्रवेश द्वार भी हैं।

पहले थे 84 जल निकाय
इस किले में 84 जल निकाय ऐसा कहा जाता है कि पहले थे, 4 साल तक पानी की आपूर्ति जिनकी मदद से 5 हजार सैनिकों को पहुंचाते थे। जिसमें से अब केवल 22 ही रह गए हैं।

किले का सबसे सबसे खूबसूरत महल
ये महल शीशों से बना हुआ है, जो देखने में बेहद ही खूबसूरत लगता है। किले का एक और खूबसूरत हिस्सा पद्मिनी महल है।

मछली के आकार का बना है ये किला
इसको चित्तौर, चित्तौरगढ़, चित्तोर, चितोड़गढ़ अन्य नामों से भी बुलाया जाता है। अगर इस किले को ऊपर से देखा जाये, तो ये किला आपको मछली के आकार जैसा दिखता है।