Vishwakarma Puja 2020: वास्तुशिल्प के रचनाकार है भगवान विश्वकर्मा
हिंदू धर्म में विश्वकर्मा पूजा को बहुत ही खास माना जाता हैं हर वर्ष 17 सितंबर को तकनीकी ज्ञान के रचनाकार भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जाती हैं इनको देवताओं के वास्तुशिल्प का जनक माना जाता हैं इसलिए शिल्पकला से जुड़े लोग उनकी जयंती को विधि विधान से मनाते हैंहिंदू मान्यताओं के मुताबिक भगवान विश्वकर्मा के पूजन किए बिना कोई भी तकनीकी कार्य शुभ नहीं माना जाता हैं इसी वजह से विभिन्न कार्यों में प्रयुक्त होने वाले औजारों, कल कारखानों में लगी मशीनों की पूजा होती हैं तो आज हम आपको विश्वकर्मा पूजा से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
भगवान विश्वकर्मा की विधि विधान से पूजा करने से घर और दुकान में सुख समृद्धि का वास होता हैं इस दिन अपने कामकाज में उपयोग होने वाली सभी मशीनों को साफ किया जाता हैं फिर स्नान करके भगवान विष्णु के साथ विश्वकर्मा जी की प्रतिमा की विधिवत पूजा करनी चाहिए। ऋतुफल, मिष्ठान्न, पंचमेवा, पंचामृत का भोग लगाएं। दीपक धूप आदि जलाकर दोनों देवताओं की आरती व पूजन करें।